Reader Allowance: राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में समावेशिता को बढ़ावा देने और विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को समाज की मुख्यधारा में लाने के उद्देश्य से अनेक योजनाएं संचालित कर रही है। इसी कड़ी में एक महत्वपूर्ण पहल रीडर भत्ता योजना के रूप में की गई है, जिसके तहत कक्षा 1 से 12 तक अध्ययनरत दिव्यांग छात्रों को आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य इन छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में प्रोत्साहन देना, उनके प्रति समाज की सोच को सकारात्मक बनाना और किसी भी प्रकार के भेदभाव को समाप्त करना है।

यह योजना समावेशी शिक्षा (Inclusive Education) के अंतर्गत चलाई जा रही है, जिसका मकसद है कि विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को अन्य सामान्य छात्रों के साथ समान अवसर मिलें। इसके तहत न सिर्फ आर्थिक सहायता दी जा रही है, बल्कि छात्रों के आत्मविश्वास को बढ़ावा देने और शिक्षा में उनकी निरंतरता बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
इस योजना से लाभ प्राप्त करने वाले छात्रों में वे शामिल हैं जो 21 श्रेणियों की दिव्यांगता, जैसे दृष्टिबाधित (Visual Impairment) आदि से ग्रसित हैं। यह सहायता उन्हें शिक्षण सामग्री समझने, पढ़ाई में मदद पाने और आत्मनिर्भर बनने में सहयोग प्रदान करती है।
पात्रता मानदंड:
रीडर भत्ता योजना का लाभ उन्हीं छात्रों को दिया जाएगा जो निम्नलिखित शर्तों को पूरा करते हैं:
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छात्र-छात्राएं राजकीय या राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त संस्थानों में कक्षा 1 से 12 तक अध्ययनरत हों।
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अभ्यर्थी दृष्टिबाधित श्रेणी के दिव्यांग हों और कम से कम 40% या उससे अधिक विकलांगता से प्रभावित हों।
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छात्र के पास सक्षम चिकित्सा अधिकारी द्वारा जारी दिव्यांग प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है।
यह योजना विशेष रूप से दृष्टिबाधित छात्रों के लिए लागू की गई है ताकि वे पढ़ाई में अन्य छात्रों के बराबर खड़े हो सकें और उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
आर्थिक लाभ:
इस योजना के अंतर्गत पात्र छात्रों को प्रत्येक माह ₹200 की दर से 10 माह तक आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी। यह राशि सीधे छात्रों को नहीं दी जाएगी बल्कि उनका उपयोग अध्ययन के लिए आवश्यक सहायक संसाधनों जैसे रीडर (पाठक), सामग्री की उपलब्धता, या अन्य सुविधाओं के लिए किया जाएगा। इस प्रकार यह राशि उन छात्रों के शैक्षणिक जीवन में सीधी सहायक सिद्ध होती है।
आवेदन प्रक्रिया:
रीडर भत्ता योजना के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया बेहद सरल और सुगम है। इच्छुक अभ्यर्थी निम्नलिखित चरणों का पालन करके आवेदन कर सकते हैं:
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सबसे पहले आवेदन फॉर्म डाउनलोड करें – योजना के लिए निर्धारित आवेदन पत्र को ऑफलाइन डाउनलोड करना होगा।
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आवश्यक जानकारी भरें – आवेदन पत्र में मांगी गई सभी जानकारियों को सावधानीपूर्वक भरें, जैसे नाम, स्कूल का नाम, कक्षा, दिव्यांगता का विवरण आदि।
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संस्था प्रधान और प्रधानाचार्य के हस्ताक्षर – फॉर्म को विधिवत संस्था प्रमुख और स्कूल प्रधानाचार्य से हस्ताक्षरित करवाना आवश्यक है।
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फोटो चिपकाएं – निर्धारित स्थान पर हाल ही की पासपोर्ट साइज फोटो चिपकाएं।
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स्वयं और अभिभावक का हस्ताक्षर – आवेदन पत्र में छात्र का स्वयं का हस्ताक्षर और एक शपथ पत्र सहित अभिभावक का हस्ताक्षर भी आवश्यक है।
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प्रस्तुत करना – पूर्ण रूप से भरा हुआ आवेदन फॉर्म संबंधित जिले के मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (CBEO) के कार्यालय में जमा कराना होगा।
महत्वपूर्ण बिंदु:
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आवेदन करते समय सभी दस्तावेजों की प्रतियां सत्यापित होनी चाहिए।
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आवेदन पत्र में कोई भी जानकारी अधूरी न हो, अन्यथा फार्म अस्वीकृत किया जा सकता है।
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लाभ के लिए केवल योग्य छात्रों को ही चुना जाएगा, जिसकी पुष्टि चिकित्सा प्रमाण पत्र के आधार पर की जाएगी।
निष्कर्ष:
रीडर भत्ता योजना विशेष आवश्यकता वाले छात्रों को आत्मनिर्भर बनाने, शिक्षा में आगे बढ़ाने और समाज में समानता सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना के माध्यम से न केवल उन्हें आर्थिक सहारा मिलेगा, बल्कि यह एक प्रेरणा भी बनेगी कि कोई भी छात्र शिक्षा के अधिकार से वंचित न रहे। यदि आपके घर में या आसपास कोई ऐसा पात्र छात्र है, तो इस योजना की जानकारी जरूर साझा करें ताकि वे भी इसका लाभ उठा सकें।
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